सेक्स समस्याये
sex problems – एक मनोविकार
है
हमारे मन मे कई प्रकार के विचार आते रह्ते है हम जिस बात के बारे मे ज्यादा या लगातार
सोचते रह्तेहै वह विचार ही हमारे अंदर विकार उत्पन्न करने लग जाते है आज मै बात कर
रहा हुँ आजकल के किशोर अवस्था मे या युवा अवस्था मे उत्पन्न होने वाले मनो विकार
की जिसे आम भाषा मे सेक्स समस्याये कह सकते है मेरे पास कई भटके हुये युवको के
ईमैल तथा फोन काल आते रहते है वे बहुत ही परेशान तथा दुःखी रहते है किसी को अपने शिश्न का छोटा होना अखरता
है किसी किसी को शिघ्र पतन की बिमारी होती है किसी को स्वप्न दोष परेशान कर रहा
होता है मुझे इन लोगो पर तरस आता है जिस उम्र मे इन्हे अपना शरीर बनाना चाहियेअपने
भुजाओ मे ताकत लानी चाहिये मनोबल बाहुबल को बढाने की बजाय ये बेवकूफ लडके कुछ और ही बढाने मे व्यस्त है एक लडके के
ने तो मुझे यह तक कह दिया कि – डाक्टर साब यदि मेरा इलाज नही हुआ तो मै मर जाउंगा, हम आये दिन न्युज पेपर मे पढते भी है कि फलाँ फलाँ लडके ने शादी के दो दिन पहले या
दो तीन दिन बाद आत्म हत्या करली,
मेरा आज का लेख उन्ही लोगो के लिये है जो गलत
राह पर चल रहे है, मै उन्ही से पुछ्ता हुँ कि जब हम किसी फल या
सब्जी को इंजेक्शन लगा कर उसे बडा तो कर लेते है लेकिन क्या उसमे ताकत और स्वाद भर
सकते है ? आपका उत्तर होगा ना, दुसरा
सवाल क्या हम किसी बच्चे की किसी बडे व्यक्ति से
बराबरी कर सकते है आप लोगो का उत्तर यदि ना है तो मेरे दोस्तो ! अभी आप
लोगो का भी समय नही आया है यदि आज ही तुम्हे करना है सब कुछ दवा के भरोसे ही लेना
है तो फिर उन लोगो की तरह तैयार रहो जो शादी के बाद टाय टाँय फिस्स हो जाते है
हमेशा याद रखना दवा रोग को ठीक करती है यदि
हम बिमार है तो हमारेरोग को ठीक करने वाली दवा भी है लेकिन हम बिमार ही नही है तो
किस बात की दवा होगी ऐसे मे जो नीम हकीम होते है वे इन गुमराह युवको को लूटने का काम
करते है तरह तरह के यंत्र इजाद करके बेचते है यदि पंद्रह साल का बच्चा यह चिंता
करे कि मेरा लिंग (penis) छोटा है तो यह
बेवकूफी नही तो और क्या है, हम आजकल ऐसी बहुत दवा है जो एक
रात मे ही छोटे फल को बडा बना सकती है
लेकिन क्या यह सही है हमारी जिंदगी बहुत ही छोटी सी और इसमे भी हजारो समस्याये है
इसलिये मेरी राय मे तो इस छोटी सी समस्या को बडी ना बनाये,
सबसे पहले हमे यह समझना चाहिये कि जिस रोग
की मुझे चिंता सता रही है क्या मै उस रोग से वाकई मे ग्रस्त हुँ या यह मेरे मन का
वहम है मै उन सभी नवयुवको को कुछ टिप्स बता रहा हुँ जिससे आप खुद अपना आकलन कर
सकते है और फिर अपनी लाईफ को आनंदयुक्त बना सकते है जीवन को जीना सीखो, यदि सच मे रोग से ग्रस्तहै और उम्र भी सही है तो फिर आप लोगो के लिये
आयुर्वेद मे बहूत ही कारगर दवा है और मेरे जैसे उचित सलाह देने वाले चिकित्सक भी
मिल ही जायेंगे
मुख्य रूप से निम्नलिखित रोगो से नवयुवक या नवविवाहित ग्रसित
रह्ते है
1. स्वप्नदोष night
discharge – यह मनोविकार है, यदि बार बार मन मे
अश्लील कल्पना की जाये या मन मे किसी खूबसुरत
लडकी ,महिला या किसी हिरोहिन का विचार किया जाये या कोई अश्लील
मुवी देखने से यह मानसिकविकार उत्पन्न हो जाता है इस विकार मे रात के समय बिना किसी जानकारी के शिश्न
मे से एक तरल पदार्थ निकलता है यदि यह तरल पदार्थ महिने मे दो या तीन बार निकले तो
यह रोग की श्रेणी मे नही आता, इस रोग की विस्तृत चर्चा आगे करेंगे
आप मेरे ब्लोग पोस्ट पढते रहे ,
2. शिघ्र पतन – यह भी मन का ही एक विकार है, मन किसी भय या कमजोरी से ग्रस्त हो तो यह विकार उत्पन्न हो जाता है
3. शिश्न का छोटा होना – सच मे यह तो कोई रोग
ही नही है, यह शरीर की एक प्रक्रिया है किसी का शरीर
लम्बा होता है तो किसी का छोटा होता है इस पर भी मेरी एक विस्तृत पोस्ट आ रही है आप
पढते रहे ,
4. नपुंसकता – यह एक रोग है यह भी दो कारणो
से उत्पन्न हो जाता है किसी किसी को मनोविकार से और किसी किसी को शारीरिक विकार से
यह रोग हो जाता है,